Tuesday, 17 November 2015

मैगी प्रतिबंध से गलत संदेश

स्विट्जरलैंड के राजदूत ने कहा 

दिल्ली:- मैगी नूडल्स पर प्रतिबंध से निवेशकों में निराशाजनक संदेश गया है. यह स्विट्जरलैंड की कम्पनियो के लिए परेशनी में डालने वाला सन्देश था जिससे भारतीय नियामकीय ढांचे के कार्यन्वयन पर भी सवाल खड़ा होता है. स्विट्जरलैंड के राजदूत लाइन्स वैन कैस्टलमूर ने यह बात कही. मैगी एक लोकप्रिय ब्रांड है जो कोई दशकों से भारत में है. इसका निर्माण स्विट्जरलैंड की बहुराष्ट्रीय कंपनी नेस्ले अपनी भारतीय अनुषगी के जरिये करती है. बंबई उच्च न्यायालय द्वारा मैगी पर से खाद्य नियामक का प्रतिबंध हटाने के बाद मैगी 9 नवंबर से फिर से बाजार में आ गई. 
इसमें कथित तौर पर तय सीमा से अधिक सीमा पाए जाने के मद्देनजर इस पर प्रतिबंध लगाया गया था. मैगी पर प्रतिबंध के बारे में पूछने पर कैस्टलमूर ने कहा की स्विट्जरलैंड की कम्पनियो के लिए यह परेशान करने वाला संदेश था जो लंबे समय से भारत में है और जो भारत में निवेश करने की योजना बना रहे है. ऐसे में वे निवेश के लिए दूसरे देशो पर विचार कर सकते है. कैस्टलमूर ने कहा कि मुझे लगता है कि प्रतिबंध स्पष्ट रूप से उचित नहीं था. इसे सही नहीं ठहराया जा सका.यह भावी निवेशकों या कुछ करने की मंशा रखने वाले निवेशकों के लिए ठीक नहीं था. यह निराशाजनक संदेश इस लिहाज से था कि नियामकीय ढाचा स्पष्ट नहीं है और यह हमेशा विश्वसनीय तरीके से लागु हो, यह तय नही है. 

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