Wednesday, 28 October 2015

Story

गिलास निचे रखे 
11 की कक्षा चल रही थी. इस बीच छात्रों ने शिक्षक से पूछा की ज़िन्दगी में रोजगार पाने और अपने मुकाम पर पहुचने के अलावा कई चुनौतियो का सामना करना पड़ता है. आखिर उनका सामना करना पड़ता है. आखिर उनका उनका सामना कैसे किया जा सकता है. दूसरे दिन प्रोफेसर अपने साथ पानी से भरा एक गिलास लेकर आये. उन्होंने उसे ऊपर उठा कर सभी छात्रों को दिखाया और पूछा आपके हिसाब से गिलास का वजन कितना होगा? 50 ग्राम, 100 ग्राम ,125 ग्राम छात्रों ने उत्तर दिया. प्रोफ़ेसर ने कहा जब तक इसका वजन न कर ले तब तक मुझे कोई इसका सही वजन नही बता सकता पर मेरा सवाल है की यदि मैं इस गिलास को थोड़ी देर तक इसी तरह उठा कर पकडे रहू तो क्या होगा? कुछ नही छात्रों ने कहा अच्छा अगर मैं इसे मैं इसी तरह एक घंटे तक उठाये रहू तो क्या होगा? प्रोफ़ेसर ने पूछा आपके हाथ में दर्द होने लगेगा, एक छात्र ने कहा. तुम सही हो अच्छा अगर मैं इसे इसी तरह पुरे दिन उठाये रहू तो क्या होगा? आपका हाथ सुन्न हो सकता है. आपके मसल्स में भारी तनाव आ सकता है. किसी छात्र ने कहा और बाकि सभी हंस पड़े. बहुत अच्छा पर क्या इस दौरान गिलास का वजन बदला? प्रोफ़ेसर ने पूछा उत्तर आया नहीं तब भला हाथ में दर्द और माशपेशियों में तनाव क्यों आया ? छात्र अचरज में पड़ गए. फिर प्रोफ़ेसर ने पूछा अब दर्द से निजात पाने के लिए मैं क्या करू? गिलास को निचे रख दीजिए एक छात्र ने कहा बिलकुल सही प्रोफ़ेसर ने कहा जीवन में आनेवाली समस्याएं और चुनौतियां भी कुछ इसी तरह होती है. इन्हे कुछ स देर तक अपने दिमाग में रखिये और लगेगा की सब कुछ ठीक है. उनके बारे में ज्यादा देर सोचिये और आपको पीड़ा होने लगेगी और इन्हे और भी देर तक अपने दिमाग में रखिये और ये आपको और तकलीफ देने लगेगी. और आप कुछ नहीं कर पायेगे. अपने जीवन में आनेवाली चुनौतियां और समस्याओं के बारे में सोचना जरुरी है, पर उससे भी ज्यादा जरुरी है दिन के अंत में सोने जाने से पहले उन्हें 
निचे रखना. इस तरह से, आप स्ट्रेस्ड नहीं रहेंगे, आप हर रोज मजबूत और ताजगी के साथ उठेंगे और सामने आनेवाली किसी भी चुनौती का सामना कर सकेंगे.

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