फिर एक किसान ने की आत्महत्या
सोयाबीन की बर्बाद से था परेशान
धारणी:- तहसील के घुटी गाव के युवा किसान शंकर जयराम जाबेकर ने अपर्यात उपज व कर्ज बाजारी से तंग आकर विजयादशमी के दिन आत्महत्या का ली. इससे पूरी तहसील में खलबली मची है. इसके कुछ ही दिन पहले शीरपुर गाव के राजेश मावस्कर नामंक युवा किसान ने भी आत्महत्याओ का सिलसिला शुरू होने से किसानो में चिंता फ़ैल गई है.
5 एकड़ में 1 क्विटल उपज
तहसील से 10 किमी दूर स्थित घुटी गांव में रहने वाले किसान शंकर जयराम 30 के पास 5 एकड़ खेत था. उसने इस बार अपने में सोयाबीन बोया था. पुरे खेत था. उसने इस बार अपने खेत में केवल एक क्विंटल सोयाबीन होने से वह परेशान था. उस पर पहले ही कर्ज का बोझ होने व न के बराबर उपज न होने के कारण वह परेशान था. इससे चिता से परेशान शंकर ने बुधवार को अपने खेत में पेड़ से लटक कर अपनी ज्ञान दे दी. गाववासी सरकार से इस परिवार को आर्थिक मदद देने ने की मांग कर रहे है.
सोयाबीन की बर्बाद से था परेशान
धारणी:- तहसील के घुटी गाव के युवा किसान शंकर जयराम जाबेकर ने अपर्यात उपज व कर्ज बाजारी से तंग आकर विजयादशमी के दिन आत्महत्या का ली. इससे पूरी तहसील में खलबली मची है. इसके कुछ ही दिन पहले शीरपुर गाव के राजेश मावस्कर नामंक युवा किसान ने भी आत्महत्याओ का सिलसिला शुरू होने से किसानो में चिंता फ़ैल गई है.
5 एकड़ में 1 क्विटल उपज
तहसील से 10 किमी दूर स्थित घुटी गांव में रहने वाले किसान शंकर जयराम 30 के पास 5 एकड़ खेत था. उसने इस बार अपने में सोयाबीन बोया था. पुरे खेत था. उसने इस बार अपने खेत में केवल एक क्विंटल सोयाबीन होने से वह परेशान था. उस पर पहले ही कर्ज का बोझ होने व न के बराबर उपज न होने के कारण वह परेशान था. इससे चिता से परेशान शंकर ने बुधवार को अपने खेत में पेड़ से लटक कर अपनी ज्ञान दे दी. गाववासी सरकार से इस परिवार को आर्थिक मदद देने ने की मांग कर रहे है.
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