एक राजा अपनी प्रजा का हर समय बहुत ध्यान रखता था. पता लगते ही प्रजा की हर परेशानी वह तत्काल दूर कर देता। एक बार वह शिकार करने जंगल में दूर चला गया. शिकार का पीछा करते हए घूमते-घूमते उसे बड़ी देर हो गई. अचानक उसे बड़ी तेज प्यास सताने लगी. इतने में उसने देखा की पास ही एक वृद्धा गन्ने के खेत के किनारे बैठी है. राजा वहा गया और बोला, माई मै बहुत प्यासा हु. मुझे एक गिलास पानी दे दो.वृद्धा उठी उसने एक गन्ना तोडा और उससे रस निकालकर गिलास में राजा को दे दिया पीकर राजा ने कहा, 'माई अभी प्यास नहीं बुझी. एक गिलास और दे दो. वह फिर रस निकालने लगी. राजा के दिल में आया की यह खेत तो बड़ा उपजाऊ है. एक गन्ने में ही एक गिलास भर गया. पर बुढ़िया लगान नहीं देती होगी. उसने वृद्धा से कहा,' माई इस खेत का लगान कितना देती हो वृद्धा ने कहा, हमारा राजा बहुत अच्छा है. लगान नहीं लेता. इस प्रकार का उत्तर पाकर राजा सोचने लगा की बुढ़िया बहुत चतुर है. सारा मुनाफा स्वयं ले जाती है. इस पर मैं कर लगाउँगा इस बीच वृद्धा ने एक गन्ना तोडा, दो तोड़े, तीन तोड़े, लेकिन गिलास नहीं भरा. राजा को आर्चर्य हुआ. उसने वृद्धा से पूछा, माई यह क्या हुआ. पहले एक गन्ने में गिलास भर गया था. अब तीन से भी नहीं भरा. वृद्धा ने उत्तर दिया, ऐसा लगता है. की हमारे राजा की नियत में बदी आ गई है. यदि व्यक्ति की नियत में बदी आ जाती है तो फिर संकेत यही होता है की व्यक्ति के पास से समृद्धि जाती रहती है. ईश्वर भले व्यक्तियों की बदनीयती को कभी बढ़ावा नही देता है. उन्हें शीघ्र ही उनकी गलती का एहसास करवा देता है.
NEWS
Friday 8 January 2016
Thursday 7 January 2016
Quote of The Day
मन का संकल्प और शरीर का पराक्रम यदि किसी काम में पूरी तरह लगा दिया जाए, तो सफलता मिलकर रहेगी.
37 Miter High Gold Mao
Chinese communist leader Mao Zedong in the county of Henan province Tangsu 37 meter high sculpture is created with gold paint. According to reports, in making this statue has cost 4 million 60 thousand dollars, the cost is picked up by a local businessman. Some villagers also put money into the project, Henan province of China that is, Mao's policies in the 1950 was in the grip of drought. Mao's Great Leap Foward campaign due to the drought that killed millions of people. The idol of the people, there is a different response. Some are posted online criticism it was a waste of money while some are questioning the sincerity of its location. However, many people also came to the rescue with this statue.
Giant sprouts
Giant sprouts
These days, the size of a golf ball in the UK market is full Blusels sprouts. The Brussels sprouts weighs 35 grams and has a width of 4 cm, which is almost double than usual. Its increased size is due to them being too Mackay sprouts. Brussels sprouts are one of the species of cabbage lettuce in the west countries and is used a lot in the second visitation. Brussels sprouts, cabbage sprouts of state says. This time suddenly increased size of Brussels sprouts is surprised to see the UK farmers. It is believed to be responsible for the increase in temperature. According to local farmer Mr Clapson than earlier in the season, this time adding a little warmth, which is having an impact on germination of crops.
Wednesday 6 January 2016
GOLDEN WORDS
- To argue that the brain is just like a knife Which is just the blade. It is this that makes the wounded.
- All human beings are unhappy because of their own mistakes, and they can be happy is to improve their own mistakes.
story
स्वाभिमान की रक्षा
राष्ट्रकवि माखनलाल चतुर्वेदी सन 1937 में मध्य प्रांत पार्लियामेंटरी बोर्ड के प्रेसिडेंट चुने गए. उधर अखिल भारतीय पार्लियामेंटरी बोर्ड के अध्यक्ष वल्ल्भभाई पटेल थे. दोनों के संबंध बहुत दोस्ताना थे. सरदार पटेल चाहते थे की रविशंकर शुल्क को एमपी का प्राइम मिनिस्टर बनाया जाए. लेकिन माखनलाल द्वारिका प्रसाद मिश्रा या गोविन्द दास के पक्ष में थे और इसके पीछे उनके अपने तर्क थे. सरदार पटेल इस मुद्दे पर मुंबई में ओपेरा हाउस के सामने एक भवन में मीटिंग बुलाई जिसमे सिर्फ माखनलाल को आमंत्रित किया. सरदार पटेल बोले,'माखनलाल आपको रविशंकर शुल्क को प्राइम मिनिस्टर बनाना ही होगा माखनलाल बोले,'मेरी राय में यह उचित नहीं है, क्योकि रविशंकर शुल्क अभी-अभी स्वराज पार्टी छोड़कर कांग्रेस में आये है. अभी उन्हें प्रांत की जनता का विश्वास प्राप्त करना होंगा. मैं द्वारिका प्रसाद मिश्र या सेठ गोविन्ददास को प्राइम मिनिस्टर बनाने के पक्ष में हूं. सरदार बोले यह सही नहीं. आपके लिए भी यह ठीक नही होगा. माखनलाल ने ढृढ़ता के साथ कहा, मेरे देश और मेरे प्रांत के हित मेरे निजी हितो से काफी ऊपर है और उनकी रक्षा के लिए अनेक बार भी माखनलाल को बलिदान करना पड़ेगा तो वह सहर्ष करेगा. इसके बाद माखनलाल ने अनुशासनबद्ध हो अगले चुनावों में कांग्रेस को जिताया और फिर स्वाभिमान की रक्षा के लिए पार्लियामेंटरी बोर्ड की अध्यक्षता से इस्तीफा दिया.
Monday 4 January 2016
4G पर जोर से मिलेगा विज्ञापन उदयोग को बल
मुंबई:- एक रपट के अनुसार दूरसंचार कंपनियों द्वारा अपनी 4जी सेवाओं के प्रचार प्रसार पर अधिक खर्च किये जाने से 2016 में विज्ञापन उद्योग में 10-15 प्रतिशत की बढ़ोतरी होगी. अनुसंधान फर्म के आशीष जानी ने कहा, हाईस्पीड 4जी डेटा सेवाओ की मौजूदा शरुआत दूरसंचार कंपनियों के लिए नया रणक्षेत्र होंगा. उद्योग जगत का मानना है की एयरटेल, वोडाफोन व जल्द ही शुरू होने वाली रिलायंस जियो आदि कंपनिया आगामी महीनों में विज्ञापन पर करोडो डालर खर्च करेगी ताकि बाजार में अधिकाधिक हिस्सेदारी हासिल कर सके.
उन्होंने कहा कि 4जी सेवाओं से मोबाइल पर विज्ञापन खर्च बढ़ाने में भी मदद मिलेगी. उन्होंने कहा विज्ञापनदाता 2016 में मोबाइल जैसे उपकरणों पर वीडियो विज्ञापनों पर अधिक खर्च करेंगे. विज्ञापनदाता अपनी विज्ञापन रणनीति को अंतिम रूप देते समय पहले मोबाइलो को ध्यान में रखेंगे. और अधिक दूरसंचार कंपनियो के 4जी सेवाओं की शुरुआत के लिए तैयार होने के साथ मोबाइल पर वीडियो खपत बढ़ेगी और वीडियो विज्ञापन पर खर्च बढ़ेगा. इंटरनेट एंड मोबाइल फ़ोन के जरिये इंटरनेट का इस्तेमाल करते है. इंटरनेट ट्रैफिक पर निगाह रखे वाली फर्म कॉमस्कोर के अनुसार यहाँ ऑनलाइन वीडियो खपत बीते दो साल में 100 प्रतिशत बढ़ी है.
Subscribe to:
Posts (Atom)