Wednesday 21 October 2015

अष्टमी- नवमी का हवन आज

अष्टमी को माता के महागौरी रूप की पूजा-अर्चना की जाती है. इसी के तहत बुधवार को सभी मंदिरो में माँ के इस रूप की आराधना की जायेगी. इसी के साथ नवमी का होम-हवन भी होगा.

माँ अंबादेवी के मंदिर में हवन दोपहर में 2.30 बजे से आरंभ होगा. आचार्य गणेश जोशी उनके साथी पंडितों द्वारा मंत्रोच्चार के साथ यह हवन आरंभ किया जायेगा.

डॉ. गोडबोले, डॉ. अतुल आलसी डॉ. किशोर बेंदरे सहित अन्य सभी ट्रस्टी सपत्नीक हवन में बैठेंगे. शाम 7. 30 बजे पूर्णाहुती के साथ पूरा होगा. इसके बाद माता को भोग लगाया जायेगा. इसी तरह एकविरा देवी मंदिर में भी दोपहर 1 बजे से हवन आरंभ होगा.

यहाँ पर आचार्य त्रिदीप भालेराव और उनके 11 सहयोगी पंडित मिलकर हवन करायेगे. इस हवन में मुख्य यजमान के रूप में मंदिर ट्रस्ट के कुलकर्णी व चंद्रशेखर भोदू  सपत्नीक उपस्थित रहेंगे. यह हवन शाम 6 बजे समाप्त होंगा.

इसी के साथ माताजी को पकवानों का भोग लगाया जायेगा और मंदिर की ऊपरी मंजिल पर सभागृह में महाप्रसाद का   आरंभ होगा इसके आलावा श्मशानभूमि के पास स्थित महाकाली माता मंदिर में भी शक्ति महाराज की उपस्थिति में नवमी का हवन. यहाँ भी माताजी के भव्य-दिव्य रूप की आराधना के साथ पूर्णाहुती होगी. 

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